देख रही थी मै उन्हें इस तरह उनकी महान प्रतिमा को कितने खुसनसीब है न आज हम कि जात पात छुआ छूत से मुक्ति दिलाना ही एक संकल्प था उनके जीवन का || सत सत नमन 🙏🙏 ©Arati Sah VISIT MOTHER'S WAX MUSEUM IN KOLKATA