पर्दे के पीछे मेरे नज़रिए से मेरा अतीत होगा, तो मैं उसे पीछे ही छोड़ती हूं, क्योंकि मैं जीवन में सदैव आगे बढ़ती हूं, पर्दे के पीछे में रहकर हासिल कुछ ना कर पाऊंगी, जो जीवन जीना है सुख में होकर उसे मैं सामने देखकर ही पाऊंगी। पर्दे के पीछे भी एक नाटक जारी रहता है, किरदार बनते-बिगड़ते रहते हैं... #पर्देकेपीछे #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi