हौसलों की उड़ान, आशाओं के पंख। आसमान की छत, लेकर दिशाओं से मत। बढ़ चलो,अब ना डरो, अंतर्द्वंद्व को बंद करो। धरती की गोद है खुली, निर्मल नदियों में हर विकार है धुली। पहाड़ों सी विशालता, लेकर वायु से शीतलता। बढ़ चले,बढ़ चलो, प्रगति-पथ पर बढ़ चलो। रूको नहीं ,थको नहीं। आश्वस्त हो ,आगे बढ़ो। ©Alpita MishraSiwan Bihar #Pankh #Nojoto #Pankha Praveen Storyteller Ravi vibhute Sudha Tripathi Yogendra Nath Yogi Sudha Tripathi deepak pandit