उनसे तो हमारा न रहा कोई वास्ता न कोई भी रिश्ता, फिर भी एक कशिश सी है जो बार बार उनकी ओर खींचता, ये दिल बदले न बदले पर उनके पास जरुर फिसलता इससे कैसे बचे हम अब ख़ुदा से भी ये दुआ मांगता। Grieve