दिखा के जुम्बिश-ए-लब ही तमाम कर हम को न दे जो बोसा तो मुँह से कहीं जवाब तो दे पिला दे ओक से साक़ी जो हम से नफ़रत है पियाला गर नहीं देता न दे शराब तो दे 'असद' ख़ुशी से मिरे हाथ पाँव फूल गए कहा जो उस ने ज़रा मेरे पाँव दाब तो दे ©Anant Nag Chandan दिखा के जुम्बिश-ए-लब ही तमाम कर हम को न दे जो बोसा तो मुँह से कहीं जवाब तो दे पिला दे ओक से साक़ी जो हम से नफ़रत है पियाला गर नहीं देता न दे शराब तो दे 'असद' ख़ुशी से मिरे हाथ पाँव फूल गए कहा जो उस ने ज़रा मेरे पाँव दाब तो दे