जिस देश में भगवान एवं महापुरुषों की नैतिकता व आदर्श विचारों को कम और उनकी मूर्तियों को ज्यादा बढ़ावा दिया जाता हो वो देश कैसे विकास कर सकता है समाजिक बुराई