बिहार में करुणा सदन की बढ़ती रफ्तार के बाद भी यदि आधार संख्या कि लोग लापरवाह बने हुए यह चिंता की बात है कि तमाम लोग सारिक दूरी का पालन करना नियमित मार्क्स लगाने और अनजान शहर छोड़ने के बाद साबुन से हाथ धोने की आदत छोड़ चुके हैं बाजार दफ्तर धार्मिक सार्वजनिक स्थलों पर प्रतिबंध देखने वाला यह दृश्य संग्रहण के लिहाज से खतरनाक है इस स्थिति को नियंत्रित करने के लिए प्रशासनिक सख्ती जरूरी प्रतीत हो रही है संगठनों के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए स्वास्थ्य ढांचे और मजबूती करने टीकाकरण अभियान को तेज करने के साथ ही जरूरत के हिसाब से कुछ पाबंदियां लगानी होगी यह समय तक रहते हुए बचाव के साथ नियम का सख्ती से पालन करने और कराने का इसमें किसी भी स्तर पर कोई ढिलाई नहीं होनी चाहिए करुणा की तीसरी लहर के स्पष्ट संकेत मिलने लगे हैं इसके खतरे को कम करने के लिए rt5 के साथ ही रैपिड एंटीजन टेस्ट भी बढ़ाने होंगे इसके लिए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र और अस्पताल समेत सभी डिस्पेंसरी ओं को रिपीट एंटीजन टेस्ट करने की इजाजत दी जानी चाहिए धन आबादी वाले मोहल्लों में इसे टेस्ट के लिए अस्थाई कैंप लगाए जा सकते हैं घरों में ही करुणा जांच करने वाले कुछ किट को ही माने तो दी गई है इन किट को पर्याप्त मात्रा में खरीदने की जरूरत है मानकों के आधार पर कंटेनमेंट जोन और बफर जोन बनाने की जरूरत भी है साथ ही जिला स्तर पर आवश्यक दवाई और ऑक्सीजन का पर्याप्त भंडार सुनिश्चित किया जाना चाहिए देखा जाए तो करो ना कि नहीं और इंटर ओमी क्रोम के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं लोग ©Ek villain # प्रशासनिक सख्ती जरूरी #Winter