दस्तूर इंसान का पहचान होता है रिवायत ही है,अफजल से दूर होना आख़िर ये सवाल मुझसे क्यूं हो रहा है मैं नहीं अफ़ज़ल मुझसे दूर हो रहा है Aakhir Ye Sawal Mujhse Kyun Ho Raha Hai Main Nahi Afzal Mujhse Door Ho Raha Hai