तुम समझते क्यों नहीं तुम्हारी मंज़िल तुम्हें बुला रही है तुम इस बकवास में लगे हो वह तुम्हारी राह निहार रही है जब तक यह छोड़ोंगे नहीं वह तुम्हारे हाथ न आयेगी यह मंज़िल है अनुभूति यह तुम्हें लाख आजमाएंगी जब सब भूलकर करोगे मेहनत तब यह मेहनत रंग लाएगी #upscjourney समझते क्यों नहीं... #समझतेक्योंनहीं #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #anubhutisahu