देखो ये इश्क़ भी कैसा है, जब होना था तब हुआ नहीं, और अब बैठा है मेरे आँगन। कैसे समां बदल गया इक पल में, यहाँ जुदा जुदा होकर भी, ये दिल उसके लिए है पागल। कह दो, "इश्क़ है इस दिल की ताक़त", मैं कह दूंगी, "मैं ना मानूं साजन"। चलो मैं हूँ कहती तुम को "प्यारा", तुम भी कह दो, "मैं हूँ सिर्फ़ तुम्हारा"! काफ़ी दिल से लिखा है!🌈❤️ (Wrote this after listening to Jashn-e-bahara song💜) #yqbaba #yqdidi #urdu #jashnebahara #shayari #ishq #zindagi #yqbhaijan