मम्मी यार मम्मी यार तेरी याद आ रही है अब हाल कुछ इस कदर है कि आंखें शांत दिल रोए जा रही है मम्मी यार तरेी याद आ रही है कभी प्यारी लगा करती थी ये बाहर की चकाचौंध दूनिया आज चुभे जा रही है मम्मी यार तरेी याद आ रही है अब बीमारी से ज्यादा खलता हैं तेरा न होना मेरा बीमार होना तेरा सारी रात न सोना यही बात दि ल पर लगी जा रही है मम्मी यार तरेी याद आ रही है मैं घर का एक छोटा सा काम ढंग से नहीं कर पता और तू इतना सारा काम इतना सही कैसे कर लेती है ये बात आज तक नहीं समझ आ रही है मम्मी यार तेरी याद आ रही है मम्मी तरेा राजा बहादुर बेटा भी रोता है और सोंचता है की जो अपने सपने के लिए तेरे बिन जी रहेहैं तेरे पास न होने से कहीं ये जिंदगी बर्बाद तो नहीं हो रही है मम्मी यार तेरी याद आ रही है तू उसके लिए क्या है उसे ये बात अब समझ आ रही मम्मी यार तेरी याद आ रही है @muntazir_hu_777 . ©Garb pandit777 #Past #poem #mummy #Garbpandit777 #gauravmishra