#अभी तो बोहोत दूर जाना है अभी तो बोहोत दूर जाना है, जो सोचा है ज़िदंगी में वो करके दिखाना है, मैं कौन हूं कैसा हूं कोई और क्यूं बताए, जो हूं जैसा हूं वो दुनिया को बताना है। पत्थरों पर चलना सीखा है मैंने, क्या ग़लत क्या सही देखा है मैंने, जो आग है सीने में उससे वाकिफ हूं मैं, पानी का बदला रंग देखा है मैंने, अभी तो बोहोत दूर जाना है, जो हूं जैसा हूं वो दुनिया को बताना है। ~Tushar Agarwal #tushar_agarwal #abhitobohotdurjanahai #poetry #kavita #poem #shayeri #hindi #hindipoetry #HindiQuote #hindikavita