राधेकृष्णा @ किताबें_कविता_ की माँ बच्चों की जान होती है, पति का समान होती है, घर की वह मान होती है। लगती असर सबसे पहले, जिसकी दुआ की, आओ करें बात मेरी माँ की। मेरी माँ को गिनती नहीं आती है, माँगू मैं एक, तो रोटी वह दो लाती है। चाहे दुनिया कितना ही क्यों न बकवास, पर मेरी माँ को हमेशा हीं लगू में खास, माँ की तो बात ही निराली है, मेरे जीवन के पतझड़ को भी, बनाया उसने हरियाली है। माँ तू मेरी दुनिया है, माँ तू मेरी खुशियाँ है। तू मेरा सब कुछ है माँ, तेरी खुशी के लिए तो मैं, कुर्बान कर दूँ यह सारा जहां -अनुष्का वर्मा राधे-राधे ©kitabe_kavita_ki #maa ,#maa❤️,#mata,#matashree,#mumma,#loveformother,#maatumerijaanh