बीमार फूलों के पत्तों की तरह हालत हो गई हैं ज़र्द नर्गिस ने नजरें क्या मिला दी, अभी तक होता दिल में दर्द। ज़र्द- पीला पड़ जाना,नर्गिस- खूबसूरत आंखें हिम्मत सिंह Writing #thinkin#g#Punjabi poetry# Hindi poetry# Urdu poetry# बीमार फूलों के पत्तों की तरह हालत हो गए हैं ज़र्द नर्गिस ने नजरें क्या मिला दी, अभी तक होता दिल में दर्द। ज़र्द- पीला पड़ जाना,नर्गिस- खूबसूरत आंखें हिम्मत सिंह