दूर हूँ तो क्या हुआ मुझको बुला कर देखिये, ग़म के मौसम में भी थोड़ा मुस्कुरा कर देखिये, धूप से, बरसात से, ग़म से, बचाऊंगा तुम्हें, मुझको अपना हमनवां साया बनाकर देखिये !! Hamnava....