चंदा.. अपने मन से पूछो.. क्या परिभाषा और भाषा बदलने से.. प्यार बदलता है?? एक वक़्त बीत जाता है.. प्यार को लिखते लिखते.. क्या तब भी प्यार बदल सकता है?? किसी के लिए?? हाँ चंदा.. सिर्फ अपने मन से ही पूछो... क्या आज तक बदला है?? प्यार.. प्यार के लिए?? या किसी ओर के लिए?? हाँ चंदा.. सिर्फ और सिर्फ अपने मन से ही पूछो.. शायद वहीं है हर सवाल का जवाब भी.. शायद वहीं है.. हर जवाब का एक ख़ुशी का पैगाम भी....... #goodwalimorning #lalithasai #myworld_mylove हाँ चंदा.. अपने आपसे ही पूछो.. प्यार क्या है?? और आज तक नहीं बदला है तो.. क्योँ नहीं बदला??