था महान योद्धा वो ब्रह्मांड देख उसे बोला था! जिस रथ पे बैठे थे नारायण और छत्र पे पवन पुत्र थे सवार, वो रथ भी उसके बाणों से आगे पीछे डोला था! दान दिया देव को ऐसा वो दानवीर था, देख युद्ध मे पीड़ा बालक की किया उसे मुक्त था! अर्जुन भी जिसे रोक ना सका करना पड़ा उसे छल था, मारने को जिस शूरवीर को रथ का मोड़ना प़डा रुख था, बाँध के खुद को वचनों से लिए कई श्राप थे, मित्रता निभानी चाही उसने वही उसका पाप था! मुख मे सूर्य सा तेज था वो महान सूर्य पुत्र कर्ण था! 21.10.22 #yqdidi #yqbaba #hindi #mahabharat #danveer_karna #hindipoetry #hindiquotes #zindagi