जब तुम नहीं तो ये ईद भी कैसे मनाये हम दिल चाहता है तुम को गले से लगाएं हम किया भरोसा है इस वेबफ़ा जिंदगी का डरते है कही इस ईद के बाद मर न जाएँ हम इस्हाक़..अन्सारी इस्हाक़..अन्सारी