वो दिन भी क्या खूब थे, बस बहाना और बहाना था नींद आने पर वक़्त बिताने खातिर पेंसिल की नोंक तोड़ फिर छिलवाना था...!! वो दिन भी क्या खूब थे, बस बहाना और बहाना था नींद आने पर वक़्त बिताने खातिर पेंसिल की नोंक तोड़ फिर छिलवाना था...!! #pencil #nojotohindi #subrat #pencilday #सुब्रत #नींद #बहाना