जब हर उमीद टूट जाति है पलकें भी, पानी बहाती है कोई रास्ता, कोई उमीद दूर तक नज़र नहीं आती है वही टूटी हुई उमीद, और फैसला लेने की घड़ी ठहरा हुआ पल कहलाती है #ठहराहुआपल #collab #yqdidi #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi