इस हँसते चेहरे के पीछे ना जाने क्यों इक उदासी छाई है हस्ते है होठ ना जाने क्यों आँखों में अश्क़ भर आई है। तेरे होंटो से मेरा नाम सुन कितनी खुशी मिलती थी, आज खुद के नाम से ना जाने क्यों नफरत हो आई है। लोग कहते है इश्क़ में मिलता नहीं कुछ, कभी फुर्सत में मिल मुझसे तो समझ आए मेरे हिस्से में कितनी तकलीफ आई हैं। #thepoetrystudio #nojotoraigarh #aboutlove #pain