तुम्हारी तस्वीर आयी है..... इन हवाओं से कह दो जरा थम के चलें। इन फ़िज़ाओं से कह दो जरा जम के खिलें। अरे यहाँ कोई और नहीं आया, तुम्हारी तसवीर आयी है..... तुम्हारी इन झुकी पलकों की शरम-ओ-हया की कसम। तुम्हारे सुर्ख गुलाबी होंठों पे आयी मुस्कुराहट की कसम। दिल के अरमां रह रह के बाहर आ गए, देखो न तुम्हारी तस्वीर आयी है... आते ही इसके देखो मानो सारे मंजर ठहर गए। हमारे इस बदन के देखो सारे रोएं सिहर गए। फिर इस दिल ने आँखों से कहा, देखो न तुम्हारी तस्वीर आयी है.... #प्रखर_पटेल #मेरी_डायरी_से #my_words #Art