जब काली राते आती हैं, आकर बहुत डराती है। भयभीत हृदय तेरे गम में, गम को शबनम बरसाती है। शबनम की लड़ियों को लेकर, फूलो का हार बनाता हूँ। हारो को लेकर हाथो में, तुमको पहनाने जाता हूं। #कविता #कालीराते #भोलाप्यार #भयंकर