बचपन की शैतानियाँ जाने कहाँ गए वो बचपन के दिन वो दादी की कहानियां, वो आम का अचार, वो सरसो के खेतो में खेलना, वो स्कूल ना जाने के बहाने बानाना, वो बचपन का पेट दर्द होना, वो बचपन के दोस्त, कुछ साल साथ रहे ,फिर साथ छोड़ के चले गए। सभी कुछ तो बदल रहा है,लग रहा है,जैसे मौसम के साथ-साथ वो बचपन भी लौट आयेगा। राज अमन ©ʀᴀᴊ ᴀᴍᴀɴ ᴅᴜʙᴇʏ #bachpanorsaitani#childrensday#ownthought#bachpankiyaade