पहली बारिश बादल भी घने छा रहे थे तुम भी याद आ रहे थे बादल तो बरस गए थे हम फिर तुम्हें देखने को तरस गए थे जमीं मे आ गयी नमी थी पर जिंदगी में फिर भी तुम्हारी कमी थी -kinshu mahour #पहली_बारिश