कुछ उलझी है जुल्फें मेरी, कुछ उलझे- उलझे खयाल हैं। कुछ पा लिया था पहले ही, कुछ ना मिलने का मलाल हैं। कुछ कह चूके थे शब्द मेरे, कुछ खामोश बैठे सवाल हैं। कुछ और पाने की थी इच्छा मेरी, पर जो मिल गया वो कमाल हैं। #hindisayari #expectations #vs #reality #confession #girl #thoughts #situation #fulloflife