तू अगर चाहे तो रोज़ मुलाक़ात हो तू मिले,मेरी जाँ बिन अब्र बरसात हो ! तू अगर चाहे मेरी जाँ! तो रोज़ मुलाक़ात हो तू मिले मुझको जब भी, मेरी जाँ बिन अब्र बरसात हो ! Uओrdu_Word_Collab_Challenge_ Collab करें मेरे साथ 👉 Urdu_Hindi Poetry