मैंने किताब ए किरात की, यह बात है रात की, तेरे कहने के बाद मैंने फिर बात की आती तो लाज ही थी लेकिन तू खो ना जाए मैंने इसलिए फिर शुरुआत की मैंने तो छुपा कर रखी थी यह सब से लेकिन तूने इस बात की कहां से किरात की ??? शुरआत