!! शाम !! क्या सच में शाम हो रहा है शायद अब मेरे तरफ का ईश्क भी आराम कर रहा है क्या तुम झूठ बोलते-२ थकते नही हो अब मुझे ना तुम पे एतबार हो रहा है तुम थक जाया करो लोगों के के दिलो से खेलते हुए क्योंकि हर कोई को तुम पर शक हर बार हो रहा है तुमको मै छोड़ रहा हूँ तो ये ना सोचों की तुम को कोई सजा दे रहा हूँ ऐ तो खुद को सजा देने का एतराम हो रहा है अब तुम खुश हो जाओ दुसरे के होकर अब खुद को बेवफा कहलवाने का इंतजाम हो रहा है क्या सच में________ शाम हो रहा है....... ✍ Gaurav Mishra @garbpandit777 . ©Garb pandit777 !! Sham !! by Gaurav Mishra @garbpandit777 #poem #hindi #garbpandit777 #Gauravmishra #nojoto #gauravmishra