प्रभु जी लोग भूल गए लिख नहीं रहे आपकी उपस्थित का अनुभव ही तो लिखने है प्रणाम भगवान जी, हम सब लोग मनुष्य थे, पता नही क्या हो गए हैं, ऐसे दिन भर दनादन पोस्ट पे पोस्ट लिखते रहेंगे अब लिखने को बोला तो लिखते नहीं ऐसा कौन प्राणी है जिसके जीवन में कुछ ऐसा न घटा हो की उसे आपकी उपस्थिति का अनुभव न हुआ हो। खैर वो नहीं लिखना चाहते तो डंडा तो मैं भी नहीं चलाऊंगा😀