ज़िन्दगी का सफर मे जिंदगी के सफ़र के आखिरी मोड़ तक आया हुं में अपने पिछे बहुत कुछ छोड़ आया हूं, अपने वक्त के गूरूर में तोड़े थे कई दिल मेने, माफी मांगी, पैरों को पकड़ा लेकिन मे फिर से वो सब टूटे दिल को जोड़ आया हूं अब फर्क नहीं पड़ता है, चाहें, मेरा दिल टूटे या ज़र्रे ज़र्रे में बिखर जाये.. दिल के सारे जज़्बात तो में पहले ही निचोड़ आया हूं #Life