मिले थे जिस तरह हम तुम लगा न था के बिछड़ जाएँगे। इतना प्यार देंगे हम एक दूसरे को के सब दिन सँवर जाएँगे। मगर हुआ कुछ भी न वैसा जैसा सोचा था हमने। के साथ मे बहुत दूर निकल जाएँगे, पर क्या मालूम था कि हम एक दूजे के, दिल से निकल जाएँगे। हो जाऐंगे जुदा हम भी बाक़ियों की तरह ही चीख़ों की चार दिवारी में हम भी क़ैद हो जायेंगे। हाँ मिले थे जिस तरह हम तुम लगा न था के हम बिछड़ जायेंगे। ©V.k.Viraz #Twowords Pushpvritiya k Smile Prajakta Pawar Priya dubey sheetal pandya मेरे शब्द Di Pi Ka #Nojoto #poetrynojoto #nojotoशायरी