उठ जाग जा अब मुसाफ़िर, एक नया सवेरा हुआ है। तू ख्वाबों में खोया है, बाक़ी सबका बसेरा हुआ है।। हौसलों को जगा फ़िर से, भिर से ही तू काम में लग जा। मिलेगी तुझको भी सफ़लता एक दिन, बस लक्ष्य साध जा।। बस मेहनत तू करता जा, रख अपनें पर पूर्ण विश्वास। मेहनत का तुझको फ़ल मिलेगा, पूरी होगी तेरी हर आस।। 🍬 #collabwithपंचपोथी 🍬 विषय - #भोर_हुई 🍬 प्रतियोगिता- 1 (मुख्य) 🍬 समय 29 sep रात 12 बजे तक 🍬 collab करने के बाद comment में done लिखे 🍬 कृपया अपनी रचना का Font छोटा रखिए ऐसा करने से वालपेपर खराब नहीं लगता और रचना भी अच्छी दिखती है।