रहम कर मुझको सताना छोड़ न! अब मेरे ख्वाबों में आना छोड़ न! दिल कभी भी टूट के जुड़ता नहीं! गर इश्क है तो आजमाना छोड़ न! आइने को इक ही नसीहत है मेरी! अब पत्थरों से दिल लगाना छोड़ न! खामखां तू जाल में फँस जायेगा! ऐ परिंदे अब आबोदाना छोड़ न! फँस गया ऐदिल तू उनके इश्क में! सौ बार कहा नज़रे मिलाना छोड़ न! रातभर आती 'समर' को हिचकियां! उनसे कहो अब गुनगुनाना छोड़ न! ©अनूप 'समर' #LafzDilse #Theincomparable #Theuniques #anoopsamar #Lafzdilsebyanoops #quoets #Lumi