काँटे भी ग़र सीख जाए महकना, गुलाबों का रुआब कम न हो जाए, काँटों में महकना शुरू क्या किया, गुलाब भी मुझे फिर चुभने लगें... काँटे भी ग़र सीख जाए महकना, गुलाबों का रुआब कम न हो जाए, काँटों में महकना शुरू क्या किया, गुलाब भी मुझे फिर चुभने लगें... Pradeep Kalra - 23/06/19