घर बार सारा छोड़कर सरहद पे जो रह जाता है, निज त्याग और बलिदान से इतिहास वही गढ पाता है। दुश्मन की गोली सीने मे जब वो हसते हसते खाता है, तभी देश का आम नागरिक रातो को सो पाता है। निज सुखता और सुगमता को जिसने देश की खातिर त्याग दिया, अमर रहे वो वीर सिपाही जिसने भारत माँ की रक्च्छा मे बलिदान दिया। त्याग शब्द का मतलब पूछो उन वीर प्रसुलता माँअों से, जो ताक रही है नम आँखों से बेटों को आशाओं से, छुट्टी ना मिल पाने का सन्देशा जब घर आता है, त्याग शब्द का अर्थ ह्रदय को स्वयम् समझ आ जाता है। #sacrifice #poetry # त्याग का अर्थ