तुम और फेंको राहों में कंकड़ मैं फिर भी चलूंगा लिए जूनून की मशाल मंज़िल की और बढूंगा खड़ी कर दो कुछ और अड़चनें उन्हें भी पार करूँगा है वादा मेरा खुद से, आखिरी दम तक लड़ूंगा तुम और षड्यंत्र रचो मेरे खिलाफ मैं उन्हें भी नज़रअंदाज़ करूँगा है चुनोती मेरी, काले साये से गिरा ले मुझे जितना गिराना मैं फिर भी चलूंगा... मैं फिर भी चलूंगा ! ©The Sachin Kumar Best motivational poem in hindi #steps #poem #Poetry #Motivation #Hindi #Nojoto #Quote