ऐसा नहीं है कि डर गया था मैं, बहुत दिनों बाद घर गया था मैं। बेचैनी थी रहती दिल में बहुत ना जाने ये क्यूँ कर गया था मैं। वेदना प्रकट करने की चाह थी, मुस्कुरा कर गुज़र गया था मैं। कामयाबी थी पर ज़ख्म भी कई, शायद उन्ही से कहीं भर गया था मैं। इतना तो रहेगा इस जहान में मेरा, लबों में वाह, आँखों को नम कर गया मैं। This is what rising star faling down...... #sad #youwasinspiration #ripshushant #missyou #प्रेमपुष्प #lfpp #nojoto #hindi #poetry