पल्लव की डायरी खोद दिये पातालऔर पहाड़ पेड़ काट डाले है निज स्वार्थ में पड़कर नजारे मौसमो के बदल डाले है कल कारखानों के वेस्टेज और रसायनिक धुँआ से आसमान नदियों के तट जहरीले कर डाले है प्रदूषण से धुँआ धुँआ शहर रोगों से जीवन अधमरे कर डाले है सरकारे पल्ला झारती उल्टे जनता पर प्रदूषण के जुर्माने थोप डाले है शोर मचाती पराली और ढाबो का बड़े उद्योगों को शह दिये जा रहे है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" बड़े उद्योगों को शह दिये जा रहे है #EveningBlush