मौन स्वीकृति #Nonotoapp#Nonotonews मैं दीप्ति,, माँ पापा की बिट्टो,, ये मेरी कहानी है, पापा अक्सर बीमार रहते थे, उन्हें कई बार हॉस्पिटल में भी एडमिट करना पड़ता था । उनका इलाज डॉक्टर सुशांत करते थे डॉक्टर सुशांत ,,, सावला रंग , आंखों पे मोटा सा चश्मा, शांत स्वभाव, आकर्षक व्यतिक्त । पापा का शुरू से वही इलाज करते आ रहे थे तो उनसे सब बहुत जुड़ाव महसूस करते । मेरे पापा की 50वी वर्षगांठ थी, ज्यादा तो नही लेकिन करीब के सभी लोगो को बुलाया था, डॉक्टर सुशांत को भी । पापा उनका इन्तेज़ार करते रहे, मगर वो नही आये तो पापा बहुत उदास हो गए। उनकी उदासी मुझसे देखी नही जा रही थी , मन मे बहुत गुस्सा था उनके प्रति।