एक बात पुछूं मैं क्या ,क्या दोगे जबाब तुम, जब प्यार नहीं था दिल में , क्यों मेरे साथ रहे फिर तुम, जो साथ बिता था वक़्त, आंख से अब निकले है रक्त, सब कुछ तुम पर कुर्बान किया, शायाद इसी लिए कर ली तुमने मेरी खुशियाँ भी जप्त, कोशिशें तो मैंने निरंतर ही करी थी, गलतियाँ मेरी नहीं थी लेकिन फिर भी मैं ड़री थी एक तेरे लिए जाना मैं सबसे लड़ी थी जब भी चहा तुमने मुझको, मैं तेरे साथ ही खड़ी थी फिर भी न जाने क्यों बदल गए तुम, एक बात पुछूं मैं क्या ,क्या दोगे जबाब तुम। #ekbat