हम वो अभागे लड़के हैं, ज़नाब जो अपना ख़ुद का नया घर बनाने के वास्ते अपने ही घर से दूर रहते हैं, जहां पर ना माँ का आँचल नसीब है, और ना ही प्रेमिका की गोद नसीब है । जिनकी छाओं में अपना सिर रख कर थोड़े समय के लिए अपने थके हुए मन को आराम दे सकता । #ankit_srivastava_thoughts