क़ातिल लगभग सब कहते है कि खुदा इम्तिहान ले रहा है, क्या मतलब कि, जान अता करने वाला ही जान ले रहा है || 1 || . जानवरों से अब डरना छोड़ चुका हूं मैं, जानवरों की जगह तो अब इंसान ले रहा है || 2 || . अपनी जमात में लगभग अकेला बचा हूं ख़ुदगर्जों की बस्ती में हर अज़ीज मकान ले रहा है ||3|| . होश में आओ दोस्त, संभल कर रखो कदम, डरो कि बुरे लोगों की खबर दोज़ख में हैवान ले रहा है || 4|| . एक ऐसा मकां हो जहां हर दोस्त आए लौटकर, चंद रुपयों में "इन्सान" आशियाँ-ए- श्मशान ले रहा है || 5 || #क़ातिल