न जाने कोई रोते हुए सो जाता हैं ख्वाहिश नहीं चाँद तारों की तेरी बातों में दिल खो सा जाता हैं न जाने क्यु सब को हसाने वाला दिल अकेले में फूट फूट के रोता हैं न जाने क्यु उसे हर रोज ख्वाब में देखते हैं और न जाने क्यू रोज एक ख्वाब तूट सा जाता हैं रोज़ इक ख़्वाब टूट जाता है, लेकिन आँखें हैं कि ख़्वाब सजाना छोड़ती ही नहीं। #ख़्वाबटूटजाताहै #yqdidi #collab #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #khawaishein