बादल है एक दिल की तरह, और बुन्दें हैं इन मोतियों की परछाई! इतने छोटे होकर भी कितने बड़े होते हैं ना, वरना कौन चाहेगा टूट कर यूँ बिखर जाना... #yqbaba #yqdidi #hindiwriters #dilkibaat #बादल #दिलउदासहै #टूटी_बिखरी_चीज़ें #बिखरे_मोती