लड़ रहा है इंसान जल रही है विरह की आग बुझ रहे है दीये ढल रही है शाम ज्वाला उठ रही है दिलो में जहाँ बसने चाहिए थे अल्लाह और राम ईट पत्थर के लिए खून खराबा कर रहे हो अल्लाह और राम जो बस्ता है सबके दिलों में उसे कहा चार दिवारी में ढूंढ रहे हो गलती नहीं इसमें तेरी बन्दे नेता बुन रहे है जाल बिछा रहे है फंदे क्या बनाओगे मंदिर क्या रहने दोगे मस्ज़िद अगर तलब है तो ढूंढ अपने ह्रदय में अपना मुर्शिद #NojotoQuote #ayodhya #ram #mandir #babromasjid