White यूँ मिरे पास से हो कर न गुज़र जाना था बोल ऐ शख़्स तुझे कौन नगर जाना था रूह और जिस्म जहन्नम की तरह जलते हैं उस से रूठे थे तो इस आग को मर जाना था राह में छाँव मिली थी कि ठहर सकते थे इस सहारे को मगर नंग-ए-सफ़र जाना था ख़्वाब टूटे थे कि आँखों में सितारे नाचे सब को दामन के अँधेरे में उतर जाना था हादसा ये है कि हम जाँ न मो'अत्तर कर पाए वो तो ख़ुश-बू था उसे यूँ भी बिखर जाना था ©Jashvant #यूं मेरे पास