रहना पड़े उश्शाक़ को फुरक़त में कभी दुआ है ऐसा दिन न आये मुद्दत में कभी ज़िंदगी दोज़ख़ हो जाती है सच कहता हूँ यारों हम रह चुके हैं किसी की मोहब्बत में कभी हम जिसे चाहें वो भी हम को ही चाहें ऐसा होता है कहाँ चाहत में कभी थाम के हाथ जिसका तुम इतना इतरा रहे हो हम रह चुके हैं साथ उसके कुर्बत में कभी कहता है रक़ीब भुला देगा उस के दिल से मुझको ख़्वाब अच्छा है"पूरा होगा नहीं हक़ीकत में कभी बहार ए चमन में हैं तो ज़माने के साथ हैं वो याद करेंगें हमीं को जब आयेंगें मुसीबत में कभी किसी क़ाबिल तो हमको बनाया ही नहीं ख़ुदा ऐसा कर किसी के काम आए हम ज़रुरत में कभी ©Ravi Gupta वक़्त दे रहा आवाज़ पीछे से मुझसे बात करने को ए वक़्त अभी वक़्त नहीं है मिलेंगें तुझसे फुर्सत में कभी वो जिसने वक़्त न दिया कभी अपने वक़्त में मुझे याद दिलाऊँगा एक एक वक़्त अपने वक़्त में कभी #रविनादान #raviguptanojoto