जो हंसती थी,कभी खिलखिलाकर जब बहू बनी, तो अपनी हंसी को मुस्कुराहट के पीछे छुपा लिया! जो रो पड़ती थी,छोटी सी चोंट के दर्द से जब वो मां बनी तो हर दर्द को सहना सीख लिया! Srashti kakodiya....✍ #inspirethroughwritin