जिस किस्मत से नाराज़ थे, फिर तुम मेरी मुस्कान में आई हो। ये मौसम फीके फीके थे, और तुम बाहर बनकर छाई हो। मेरी जिंदगी में अपनी मौजूदगी को यूं समझ लेना कि। जिस जिंदगी में चैन भी ना था उसमें तुम सुकून बन कर आई हो। #dilbechara #Nojoto #Love #Care #sayari #poem #Poetry #thought #m_j